राष्ट्रीय (228)
राष्ट्रीय
- हिमाचल प्रदेश सरकार में पर्यटन विभाग के निदेशक एवं हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक यूनुस ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि वह अपने आवागमन की जानकारी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से सांझा करें। ताकि देश व प्रदेश में फैली कोरोना महामारी से बचाव हो सके। यूनुस ने अपना एक संदेश जारी कर मुस्लिम समुदाय के लोगों से आग्रह किया है कि चूंकि पूरा देश इस वक्त कोरोना जैसी महामारी से जुझ रहा है। ऐसे में किसी को भी अपने आवागमन की जानकारी नहीं छिपानी है। अपनी ट्रैवलिंग हिस्ट्री चिकित्सा या पुलिस अधिकारी को बता कर खुद भी सुरक्षित रहे एवं अपनों को भी सुरक्षित रखे ।
- उन्होंने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति मरकज या जमात में शामिल हुआ है या उनके संपर्क में आया है तो वह इसकी जानकारी हर हालत में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को दें। ताकि उनके स्वास्थ्य की जांच हो सके। यूनुस ने कहा है कि चूंकि यह आपके व आपके परिवार के साथ समाज की सुरक्षा के लिये बहुत ही जरूरी है। उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि नमाज घर में ही पढ़े और मस्जिद में फिलहाल न जायें। क्योंकि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये घर में ही रहना आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से बचाव के लिये जारी किये गये दिशा निर्देशों की सही तरीके से पालना करें। क्योंकि यह आपके व आपके परिवार के सुखद भविष्य के लिये किया जा रहा है। ताकि आपके साथ आपका परिवार व समाज कोराना से सुरक्षित रह सके।
- युनुस ने बताया कि लाजमी तौर पर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए सरकार को आर्थिक परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए उन्होंने स्वयं का एक माह का वेतन एवं हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के छोटे से बड़े हरेक कर्मचारी व अधिकारी ने एक दिन का वेतन राज्य सरकार के फंड एवं अपने अगले एक माह का वेतन प्रधानमंत्री केयर में देने का ऐलान किया है। निगम में इस समय करीब साढ़े 10 हजार कर्मचारी व अधिकारी हैं।
- प्रबंधन ने निगम के तमाम संगठनों व संयुक्त समन्वय समिति की सहमति के बाद ये ऐलान किया है। हरेक कर्मी का एक दिन का वेतन देने से लगभग एक करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध हो जाएगी। निगम के प्रबंध निदेशक युनस ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि हरेक का दायित्व है कि कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार की हरेक पहलू से मदद की जाए।
- इस अवसर पर उन्होंने अपनी कविता भी साझा की ।
- लग रहा था एक दौर आएगा कुछ अलग सा अहसास दिलाएगा
- हाथ धोना, मास्क लगाना और नमस्ते करने के फ़ायदे बताएगा
- घर पर रहकर देशहित का भाव जगाएगा वसुधैव कुटुम्बकम की याद भी दिलाएगा
- जो भी हो बहुत कुछ सिखाएगा यह दौर भी आया, आकर चला जाएगा
- कुछ क्षण इंतज़ार कर अँधेरा दूर हो जाएगा
- ख़्याल अपना और माँ-धरा का उम्मीद के इस पल में उजाला नज़र आएगा
- एक सबक़ सीखा है तुझसे ऐ ज़िंदगी नेमत है तू उस माँ- धरा,
- उस मालिक की जिसकी की है हमने बंदगी तुझे जानूँगा तो इन्सान कहलाऊँगा
- जीने का मतलब तभी समझ पाऊँगा
- खुश रहो घर पर रहो
नई दिल्ली। श्रीलंका पुलिस ने एक भारतीय फोटो जर्नलिस्ट को स्कूल में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। फोटो जर्नलिस्ट का नाम सिद्दीकी अहमद दानिश है और उन पर स्कूल में अवैध तरीके से घुसने का आरोप लगा है। वह रायटर्स न्यूज एजेंसी के लिए काम करते हैं और दिल्ली में रहते हैं। खबर के मुताबिक पत्रकार यहां कोलंबो में ईस्टर रविवार बम धमाकों के संबंध में समाचार संकलन के लिए आया था। पुलिस की मांग पर नेगोम्बो मजिस्ट्रेट ने दानिश को 15 मई तक रिमांड में भेज दिया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पत्रकार सेंट सेबैस्टियन चर्च में मारे गए एक छात्र के बारे में जानकारी लेने के लिए स्कूल में घुस रहा था। धमाकों के समय स्कूल में रहे बच्चे के माता-पिता ने पुलिस को सावधान कर दिया था। बम विस्फोट में मारा गया छात्र इसी स्कूल में पढ़ता था। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने दानिश को गिरफ्तार कर लिया। दानिश मूलतः नई दिल्ली के रहने वाले हैं। बताया गया कि सिद्दीकी स्कूल प्रशासन से बात करना चाहता था। इन हमलों में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और करीब 500 लोग घायल हुये थे। मरने वालों में सात भारतीय नागरिक भी शामिल थे। इन हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली थी।
जब उनसे सवाल किया गया कि आपको प्रधानमंत्री की कौन सी बात पसंद नहीं है, इस पर जावेद ने कहा, ‘मोदी और उनके सहायक अमित शाह (भाजपा अध्यक्ष) मुझे पसंद नहीं हैं।’ हालांकि, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ की।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ रहे बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। तेज बहादुर ने कहा कि डीएम के ऊपर दबाव बनाकर नामांकन रद्द कराया गया। प्रमाण पत्र देरी से पहुंचने के कारण आयोग ने ये कदम उठाया है। तेज बहादुर फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मेरा नामांकन गलत तरीके से खारिज कर दिया गया है। मुझे कल शाम 6.15 बजे सबूत पेश करने के लिए कहा गया था, हमने सबूत पेश किए, फिर भी मेरा नामांकन खारिज कर दिया गया। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हमें बताया गया है कि 11 बजे से पहले हमसे जो साक्ष्य मांगे थे, वे हमने पेश नहीं किए। जबकि, हमने सबूत पेश किए थे।'
तेज बहादुर यादव के वकील राजेश गुप्ता ने कहा, 'हमसे जो साक्ष्य मांगे गए थे, वो हमने प्रस्तुत किए। फिर भी नामांकन को अमान्य घोषित किया गया। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे ।
इससे पहले चुनाव आयोग ने उनके नामांकन में गलत जानकारी को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया था। आज सुबह 11 बजे तक उन्हें नोटिस का जवाब देना था। तेज बहादुर ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि पीएम मोदी के खिलाफ उनकी उम्मीदवारी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके वकील ने चुनाव आयोग को लिखित जवाब दिया है। अब वे वाराणसी के रिटर्निंग ऑफिसर के फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं। तेज बहादुर ने पहले निर्दलीय फिर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नामांकन किया था।
एक नामांकन-पत्र में उन्होंने बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया था, लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी। तेज बहादुर का नामांकन रद्द होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'इतिहास में ऐसे कम मौके होंगे जब उस देश का जवान अपने PM को चुनौती देने को मजबूर हो पर इतिहास में ये पहला मौका है कि एक PM एक जवान से इस कद्र डर जाए कि उसका मुकाबला करने की बजाए तकनीकी गलतियां निकालकर नामांकन रद्द करा दे। मोदी जी, आप तो बहुत कमजोर निकले। देश का जवान जीत गया।'
बीएसएफ कांस्टेबल तेज बहादुर को बर्खास्त कर दिया गया था, दरअसल उन्होंने सैनिकों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर पिछले साल वीडियो जारी किया था। इसी के विरोध में तेज बहादुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा था कि वह सुरक्षाबलों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे। सरकार पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा था कि मुझे सच बोलने की वजह से बर्खास्त किया गया। यहां तक कि संसदीय समिति ने मेरे पक्ष में रिपोर्ट दी। इसके बावजूद मुझे नौकरी से बर्खास्त किया गया।
नई दिल्ली। ‘चौकीदार चोर है’ वाले बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका पर अपना जवाब पेश किया। राहुल गांधी ने अपने हलफनामे में बीजेपी को भी यह कहते हुए घेरा है कि वह भी अपनी चुनावी सभाओं में राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के कथित क्लीन चिट को भुना रही है। इस मामले की सोमवार शाम को सुनवाई हो सकती है। उधर, केंद्र सरकार ने राफेल मसले की मंगलवार से हो रही सुनवाई को टालने का आग्रह किया है।
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की अवमानना याचिका पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वकील ने सोमवार को हलफनामे के जरिए अपना जवाब पेश किया। अपने जवाब में राहुल गांधी ने ‘चौकीदार चोर है’ वाले बयान पर एक बार फिर माफी मांगी है। लेकिन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को घेरा और कहा कि बीजेपी भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को राफेल मामले में क्लीन चिट बनाकर बाहर फायदा उठा रही है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को क्लीन चिट नहीं दी।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि वह अवमानना याचिका पर सोमवार शाम को ही सुनवाई करेंगे। केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे के लिए और भी वक्त मांगा है। कोर्ट में मंगलवार को राफेल से जुड़े मसले पर सुनवाई होनी है। केंद्र की अपील है कि मंगलवार को होने वाली सुनवाई टाल दी जाए। जिस पर चीफ जस्टिस ने कहा है कि वो इस संबंध में आदेश जारी करेंगे
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। इसमें चुनाव आयोग को निर्देश देने के लिए कहा गया है। ये अर्जी कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दायर की है। आचार संहिता के उल्लंघन के जो आरोप पीएम मोदी और अमित शाह पर लगे हैं, उन पर फैसला करने के लिए चुनाव आयोग को निर्देश देने के लिए ये याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट इस पर कल यानी मंगलवार को सुनवाई करेगा।
याचिका में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने दावा किया कि दोनों नेताओं ने तीन श्रेणियों के तहत चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया- वोटों का ध्रुवीकरण, अभियानों में सशस्त्र बलों का जिक्र और चुनाव के दिन रैलियां करना।
याचिका में कहा गया कि प्रधानमंत्री और शाह ने प्रचार रैलियों में नफरत फैलाने वाले भाषण दिए। उन्होंने मतदान निकाय के प्रतिबंध के बावजूद जनसभा में सशस्त्र बलों के ऑपरेशन के बारे में बात की।
चुनाव आयोग अभी तक कुछ नेताओं पर कार्रवाई कर चुका है, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के आजम खान भी है। दोनों के 72 घंटे तक प्रचार करने पर रोक लगी थी। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर भी चुनाव आयोग ने हाल ही में 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया था। बसपा प्रमुख मायावती पर भी आयोग ने कार्रवाई की थी।
चुनाव अभी 3 चरण में और होना है। चौथे चरण की वोटिंग जारी है। 6, 12 और 19 मई को मतदान किया जाएगा। नतीजे 23 मई को आएंगे।
उमा भारती से जब पत्रकारों ने पूछा कि मध्य प्रदेश की राजनीति में साध्वी प्रज्ञा क्या आपकी जगह लेने जा रही हैं? इस पर उमा भारती ने तंज कसते हुए कहा कि वो तो एक महान संत हैं, उनसे मेरी तुलना मत कीजिए. मैं बहुत ही साधारण मूर्ख किस्म की प्राणी हूं.
वहीं, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का भी साध्वी उमा भारती को लेकर यही रुख नजर आता दिखा था. 'आजतक' ऑनलाइन टीम ने 11 अप्रैल को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से ठीक यही सवाल पूछा था कि अब आप मध्य प्रदेश की राजनीति में उतरने जा रही हैं. ऐसे में क्या आपकी मध्य प्रदेश की दिग्गज नेता रहीं साध्वी उमा भारती से कोई बात होती है? क्या मध्य प्रदेश के मुद्दे पर कोई चर्चा या मार्गदर्शन कभी आपने लिया है?
इस बात का जवाब देते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा था कि मेरी उनसे कभी बात नहीं होती. न टेलीफोन पर और न मौखिक रूप से. मुझे संगठन जैसा आदेश देगा, मुझे वैसा ही काम करना है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 10 साल से काबिज रही दिग्विजय सरकार को उखाड़ने के लिए बीजेपी ने साध्वी उमा भारती को आगे किया था. दिसबंर 2003 में आए विधानसभा चुनाव परिणामों में उमा भारती के नेतृत्व में बीजेपी को भारी जीत मिली और उसके बाद दिग्विजय सिंह ने 10 साल तक सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था. उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी लेकिन उन्हें 8 महीने में ही इस्तीफा देना पड़ा था. उसके बाद बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान सीएम बने लेकिन उमा भारती मध्य प्रदेश से निर्वासित हो गई थीं.
अजमेर, 26 अप्रैल (कलसी)। लोकसभा चुनाव का चुनावी शोर शनिवार की शाम को थम जाएगा। 29 अप्रेल को मतदान होगा और 23 मई को राजकीय पॉलीटेकिन्क कॉलेज में मतगणना होगी। चुनावी शोर थमने के बाद प्रत्याशी घरद्ब्रघर जनसंपर्क कर सकॠगे।
लोकसभा चुनाव में भाजपा व कांग्रेस सहित कुल सात प्रत्याशी मैदान में हैं, जो दिन रात चुनाव प्रचार में जुटे हैं और अपनी जीत को मजबूत कर रहे हैं। शहर, कस्बों व गांवों में चुनावी माहौल परवान पर चढ रहा है। चुनाव के चलते माखुपुरा स्थित राजकीय पालीटेकिन्क कॉलेज में मतदान दलों की रवानगी की तैयारी जोरों पर चल रही है। कॉलेज में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए हैं। जिला निर्वाचन विभाग ने यहां पर चुनाव के लिए अधिग्रहण किए गए वाहनों की व्यवस्था कर रखी है। यहां से रविवार को मतदान टोलियां रवाना होगी, जिसके लिए जिला निर्वाचन विभाग ने माकूल व्यवस्था कर रखी है। मतदान को लेकर जिला निर्वाचन विभाग तथा पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठा रहे हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से शहर में जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाकर वाहनों की जांच की जा रही है, ताकि चुनाव में अवैध, नकदी, अवैध हथियार, अवैध शराब की सप्लाई नहीं हो सके। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी सख्त कदम उठा रखे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी विश्वमोहन शर्मा के अनुसार आचार संहिता के मध्यनजर किसी भी राजकीय अधिकारी कार्मिक का प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से राजनैतिक गतिविधियों में सम्मिलित होना, सभाओं में सम्मिलित होना, जनसम्पर्क करना, सोशल मीडिया पर राजनैतिक बिन्दुओं के संबंध में पोस्ट डालना व शेयर करना आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन है। आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।