पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय इंदौर युवाओं में आत्महत्या की बढ़ती हुई प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए चला रहा है सामाजिक सरोकार अभियान
पीपीएम ब्यूरो
इंदौर। पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय इंदौर द्वारा युवाओं में आत्महत्या की बढ़ती हुई प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए सामाजिक स्तर पर जागरुकता फैलाते हुए इस दिशा में समाज के अलग-अलग वर्गों को जोड़ते हुए एक बड़ा अभियान सामाजिक सरोकार के अंतर्गत चलाया जा रहा है। प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग एवं स्कूल शिक्षा से संबंधित छात्र-छात्राओं को आत्महत्या की प्रवृत्ति के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
इसी अभियान में एकायना स्कूल भण्डारी फार्म के सामने कनाडिया रोड पर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय इन्दौर द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में पीटीएस की अधीक्षक श्रीमती यांगचेन डोलकर भुटिया(भा.पु.से.) के उप पुलिस अधीक्षक राजीव त्रिपाठी, एकायना स्कूल के प्रिंसिपल मनीष सक्सेना, वक्ता डॉ. श्री रमन शर्मा (कंसल्टेंट साइकेट्रिस्ट, मेदांता हॉस्पिटल) एवं श्रीमती माया बोरा (मनोचिकित्सक) संस्थापक सुसाइड प्रिवेन्शन एवं उमंग किशोर हेल्पलाईन तथा पीटीसी से निरीक्षक आनंद चौहान एवं निरीक्षक दिनेशचन्द्र शर्मा शामिल हुए।
एकायना स्कूल के प्राचार्य मनीष सक्सेना ने अतिथियों का स्वागत कर भाषण दिया। उसके बाद स्कूल के कक्षा 8वीं से 11वीं तक के लगभग 250 छात्र-छात्राओं को डॉ. रमन शर्मा (कंसल्टेंट साइकेट्रिस्ट, मेदांता हॉस्पिटल) ने संबोधित किया। संबोधन में बच्चों को बताया कि आप अपने पैरेंट्स से संकोचवश अपनी व्यक्तिगत समस्याए शेयर नहीं करते है तो ऐसे में आपको अपने दोस्तों से अपनी भावनाये शेयर करना चाहिए। प्रॉब्लम्स तो जीवन का हिस्सा है प्रॉब्लम्स तो आती जाती रहेंगी लेकिन हम अपनी मेन्टल हेल्थ को मजबूत बना कर उसका सामना कुशलता पूर्वक कर सकते है। बच्चों को तनाव की स्थितियों के बारे में जानकारी दी, साथ ही बच्चों को नशे के विभिन्न माध्यमों से दूर रहने के बारे में बताया। बच्चों को पढाई के साथ-साथ खेलों में भी भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया।
श्रीमती माया बोरा ने बच्चों के साथ खेल-खेल में उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली फिर प्रश्नोत्तर में सटीक जबाब देने वाले छात्रों को पुरूस्कृत किया। साथ ही उन्होंने छात्रों को परीक्षा का तनाव नहीं लेने एवं पढाई के सही तरीकों से अवगत कराया मोबाईल का अधिक समय तक उपयोग हानिकारक होना बताया एवं बच्चों को सार के रूप में बताया कि सफलता असफलता से विचलित नहीं होना है जीवन अनमोल है।
आयोजन के दौरान संस्था की कक्षा 8वीं से 11 वीं तक के लगभग 250 छात्र-छात्राएं एवं स्कूल की अध्यापिकायें व अन्य स्टॉफ उपस्थित रहा। आयोजन के अंत में निरीक्षक आन्नद चौहान ने स्कूल प्रबंधन एवं अतिथियों का इस आयोजन में सहयोग करने हेतु आभार प्रकट किया।