शिवराज-कमलनाथ के बीच ज़ुबानी जंग सोशल मीडिया में घेर रहे है एक दुसरे को

भोपाल।(राजेन्द्र पराशर) प्रदेश में चुनावी सभाओं के पहले भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही दलों के शीर्ष नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रियता बढ़ाते हुए एक-दूसरे को घेरना तेज कर दिया है। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कामन साध रखी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि श्राद्ध हिंदू और अन्य भारतीय धर्मों में किया जाने वाला एक कर्म है, जो पितरों के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता अभिव्यक्त करने व उन्हें याद करने के निमित्त किया जाता है। कांग्रेस पार्टी धर्म और कर्म को लेकर निरंतर जो पाप कर रही है, उससे साफ है कि इनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। हे प्रभु… आप इन कांग्रेसियों को सद्बुद्धि दीजिएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म को सदैव अपशब्द कहने वाली कांग्रेस से भला उम्मीद भी क्या की जा सकती है। सत्ता की भूखी कांग्रेस को अगर श्राद्ध करना ही है, तो अपनी कुंठित सोच और कुसंस्कारों का करे।
गंगाजल पर टैक्स लगाना भाजपा का आध्यात्मिक भ्रष्टाचार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री पर तंज कसा है।उन्होंने गंगा किनारे बैठकर मुख्यमंत्री के फोटो पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को ये ज्ञात होना चाहिए कि जिस पूजनीय गंगा माँ के किनारे शांति की तलाश में वो कैमरे की टीम के साथ गये, उस गंगा माँ के ‘गंगाजल’ पर उनके दल की भाजपा सरकार द्वारा ही जीएसटी लगाकर धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि भाजपा में भी जो कुछ अच्छे नेता और समर्थक बचे हैं, वो भी ‘गंगाजल पर जीएसटी’ लगाने के हमारे इस विरोध का समर्थन करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने पहले राजनीति को व्यवसाय बना दिया, अब गंगा के पवित्र जल को भी व्यापार समझकर उस पर भी टैक्स लगा रही है। उन्होंने कहा कि ‘गंगाजल’ पर टैक्स लगाना भाजपा का आध्यात्मिक भ्रष्टाचार है।