【पं.नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री 9993652408】
उज्जैन।यूँ तो खरमास में कई शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं लेकिन कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें करने से इस जन्म ही नहीं बल्कि कई जन्मों में जातक पुण्य का भागी होता है इस लेख में हम बता रहे हैं कि वे कौन से कार्य हैं, जिन्हें करना खरमास में शुभ माना जाता है।
*खरमास में यह कार्य है अत्यंत शुभ*
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार खरमास में किसी पवित्र नदीं में स्नान अवश्य करें। इसके अलावा खरमास में किसी झरने के नीचे नहाने को भी विशेष महत्व दिया जाता है। ऐसा करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। वहीं इस मास में पूजा, जाप, तप, मंत्र जाप और ध्यान करने से इसका कई गुना फल प्राप्त होता है।
*इससे पितर और देवता दोनों खुश होते हैं*
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार खरमास में पीपल के वृक्ष की पूजा करने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि पीपल के वृक्ष में पित्तरों का वास होता है और इस मास में पीपल की पूजा करने से पितर और देवता अत्यंत प्रसन्न होते हैं। वहीं खरमास में सूर्योदय से पहले ही उठ जाना चाहिए और सूर्योदय के बाद तक नहीं सोना चाहिए।
*इससे मजबूत होता है कुंडली में सूर्य ग्रह*
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार खरमास में जातकों को विशेष रूप से अपने पिता और गुरु तुल्य लोगों की सेवा अवश्य करनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन की सभी परेशानियां समाप्त हो जाएंगी। वहीं खरमास में गीता का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसलिए यदि संभव हो तो आपको इस समय में गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा खरमास में सूर्य को जल अवश्य देना चाहिए। ऐसा करने से न केवल कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। बल्कि मान- सम्मान की भी प्राप्ति होगी।
































































































































































































































































































































































































































































































































































