April 6, 2025
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श्रमिकों को सम्मान और वंचितों को मान दिलाना हमारी प्राथमिकता – प्रधानमंत्री मोदी

मैं मजदूर का बेटा हूं श्रमिक वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहूंगा – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

तीन दशकों के संघर्ष को मिला विराम, हुकुमचंद मिल के 4 हजार 800 से अधिक मजदूरों को राज्य शासन ने दी राहत

308 करोड़ की लागत से बन रहे सोलर पावर प्लांट परियोजना का हुआ शिलान्यास

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में इंदौर में आयोजित हुआ मजदूरों का हित मजदूरों को समर्पित कार्यक्रम

पीपीएम ब्यूरो

इंदौर। पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती सुशासन दिवस पर इंदौर में हुए ‘मजदूरों के हित मजदूरों को समर्पित’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बटन दबाकर श्रमिकों को हितलाभ वितरण की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हुकुमचंद मिल के मजदूरों को वितरित होने वाले हितलाभ का प्रतिकात्मक चेक श्रमिक यूनियन के प्रतिनिधियों और लिक्विडेटर को सौंपा। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ग्रीन बॉन्ड से अर्जित धनराशि से बनने वाले 60 मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट परियोजना का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री श्री यादव ने लगभग 429 करोड़ के जन कल्याणकारी विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया तथा 175 दिव्यांगजनों को रेट्रोफिटेड स्कूटी वितरित की।


प्रदेश की नई सरकार द्वारा पहला सार्वजनिक कार्यक्रम गरीब और श्रमिकों के लिए करना मेरे लिए संतोष का विषय है- प्रधानमंत्री मोदी


प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम श्रमिक भाई-बहनों की वर्षों की तपस्या तथा सपनों और संकल्पों का परिणाम है। प्रसन्नता है कि आज पूर्व प्रधामनंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती है। इसके साथ ही प्रदेश की नई सरकार का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम गरीब, संघर्षपूर्ण जीवन जी रहे श्रमिकों के लिए आयोजित करना और ऐसे कार्यक्रम में मुझे सहभागिता का अवसर देना मेरे लिए संतोष का विषय है। मुझे विश्वास है कि डबल इंजन की सरकार की नई टीम को हमारे श्रमिक परिवारों का भरपूर आशीर्वाद मिलेगा। गरीब का आशीर्वाद और उनका स्नेह क्या कमाल कर सकता है यह मेरी अच्छी तरह जानता हूँ। मुझे यकीन है कि मध्यप्रदेश की नई टीम आने वाले दिनों में ऐसे ही कई ओर उपलब्धियां हासिल करेगी। मुझे बताया गया है कि जब हुकुमचंद मिल के श्रमिकों के लिए पैकेज का ऐलान किया गया तब इंदौर में उत्सव का माहौल निर्मित हो गया था। इस निर्णय से हमारे श्रमिक भाई-बहनों में त्यौहारों का उल्लास और बढ़ा दिया है। आज का यह आयोजन इसलिए भी विशेष है क्योंकि आज पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती और सुशासन दिवस है। मध्यप्रदेश के साथ श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का संबंध, उनकी आत्मीयता से हम सभी परिचित हैं। सुशासन दिवस पर हुए इस कार्यक्रम के लिए मैं आप सभी को अपनी बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। मेरे परिवारजनों आज सांकेतिक तौर पर 224 करोड़ रूपए का चेक सौंपा गया है। आने वाले दिनों में यह राशि श्रमिक भाई-बहनों तक पहुंचेगी। मैं जानता हूँ कि आपने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन अब आपके सामने सुनहरे भविष्य की सुबह है। इंदौर के लोग 25 दिसम्बर की तारीख को श्रमिकों को न्याय मिलने के दिन के रूप में याद रखेंगे। मैं आपके धैर्य के आगे नतमस्तक हूँ और आपके परिश्रम को प्रणाम करता हूँ।

देश का श्रमिक सशक्त बनें और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें

मोदी ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि देश में मेरे लिए चार जातियां सबसे बड़ी हैं। यह जातियां हैं- मेरा गरीब, मेरा युवा, मेरी माताएं-बहनें और मेरे किसान भाई-बहन। मध्यप्रदेश सरकार ने गरीबों का जीवन बदलने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गरीबों की सेवा, श्रमिकों को सम्मान और वंचितों को मान हमारी प्राथमिकता है। हमारे प्रयास है कि देश का श्रमिक सशक्त बनें और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
स्वच्छता और स्वाद के लिए मशहूर इंदौर कई क्षेत्रों में अग्रणी रहा है
उन्होंने कहा कि स्वच्छता और स्वाद के लिए मशहूर इंदौर कई क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। इंदौर के विकास में यहां के कपड़ा उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यहां के 100 साल पुराने महाराजा तुकोजीराव क्लॉथ मार्केट की ऐहितासिकता से आप सब परिचित हैं। शहर की पहली कॉटन मिल की स्थापना होलकर राजघराने ने की थी। मालवा का कपास ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों में जाता था, और वहाँ मिलों में कपड़ा बनाया जाता था। एक समय था जब इंदौर के बाजार कपास के दाम निर्धारित करते थे। इंदौर में बने कपड़ों की माँग देश-विदेश में होती थी। यहाँ कपड़ा मिलें रोजगार का बड़ा केन्द्र बन गई थीं। इन मिलों में काम करने वाले कई श्रमिक दूसरों राज्यों से आए और यहाँ घर बसाया, यह वह दौर था जब इंदौर की तुलना मैनचेस्टर से होती थी। लेकिन समय बदला और पहले की सरकारों की नीतियों का नुकसान इंदौर को भी उठाना पड़ा। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार कपास के क्षेत्र में इंदौर के पुराने गौरव को फिर से स्थापित करेगी।


इंदौर सहित मध्यप्रदेश के कई शहर विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन के प्रेरक उदाहरण बन रहे हैं
भोपाल-इंदौर के बीच इन्वेस्टमेंट कॉरीडोर का निर्माण किया जा रहा है। इंदौर-पीथमपुर इकॉनामिक कॉरीडोर एवं मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का विकास हो रहा है। विक्रम उद्योगपुरी में मेडिकल डिवाइस पार्क हो, धार जिले में भैंसोला में पीएम मित्र पार्क हो, सरकार द्वारा इन पर हजारों करोड़ों रूपए का निवेश किया जा रहा है। इससे यहाँ रोजगार के हजारों नए अवसर बनने की संभावना है। विकास के इन प्रोजेक्ट्स से यहाँ की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगी। मध्यप्रदेश का बहुत बड़ा क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। इंदौर सहित मध्यप्रदेश के कई शहर विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन का प्रेरक उदाहरण बन रहे हैं। इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा गोवर्धन प्लांट भी संचालित हो रहा है। इलेक्ट्रानिक वाहनों के संचालन को बढ़ावा देने के लिए यहाँ ई-चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हो रहा है।


जलूद प्लांट के ग्रीन बांड से पर्यावरण की रक्षा में देश के नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित होगी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जलूद सोलर एनर्जी प्लांट के वर्चुअल भूमिपूजन का अवसर मुझे प्राप्त हुआ है। इस प्लांट से प्रतिमाह चार करोड़ रूपए के बिजली बिल की बचत होने वाली है। इस प्लांट के लिए ग्रीन बांड जारी कर लोगों से पैसा जुटाया जा रहा है। ग्रीन बांड का यह प्रयास पर्यावरण की रक्षा में देश के नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने का एक और माध्यम बनेगा।
प्रदेशवासी मोदी की गारंटी का भरपूर लाभ उठाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव के दौरान हमने जो संकल्प लिए और जो गारंटी दी है, उसे पूरा करने के लिए राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। हर लाभार्थी तक शासकीय योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा मध्यप्रदेश में स्थान-स्थान पर पहुंच रही है। चुनाव की वजह से मध्यप्रदेश में यह यात्रा कुछ विलंब से आरंभ हुई है, लेकिन उज्जैन से आरंभ होने के कुछ ही दिन के भीतर इससे जुड़े 600 से भी अधिक कार्यक्रम हो चुके हैं। लाखों लोगों को इस यात्रा से सीधा लाभ मिल रहा है। मेरा मध्यप्रदेश के सभी लोगों से आग्रह है कि मोदी की गारंटी वाली गाड़ी जब आपके यहाँ आने वाली हो, तो आप उसका भरपूर फायदा उठाएं, अधिक से अधिक लोग वहां पहुंचे, यह सुनिश्चित करें कि शासकीय योजनाओं के लाभ से कोई भी वंचित न रहे। मोदी की गारंटी पर भरोसा जताकर हमें प्रचंड बहुमत देने वाली मध्यप्रदेश की जनता का मैं आभार व्यक्त करता हूँ, आपको अनेक-अनेक शुभकामनाएं।
मेरे जीवन के लिए श्रमिकों के संतोष के और प्रसन्नता के यह पल मुझे सदैव ऊर्जा प्रदान करेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे गरीबों और श्रमिकों से जुड़े कार्यक्रम में सहभागी होने का राज्य सरकार ने अवसर प्रदान किया। मेरे जीवन के लिए यह पल मुझे सदैव ऊर्जा प्रदान करेंगे। अत: मैं इंदौर, मध्यप्रदेश सरकार, बड़ी संख्या में मुझे आशीर्वाद देने आए श्रमिक भाई-बहनों का आभारी हूँ। लंबे संघर्ष के बाद श्रमिकों के जीवन में आज का यह शुभ अवसर आया है। श्रमिक भाईयों के संघर्ष से प्राप्त सफलता का यह संतोष और उनकी प्रसन्नता मुझे समाज के लिए कुछ न कुछ सकारात्मक करने की सदैव प्रेरणा देती रहेगी।

इंदौर नगर निगम ने स्वच्छता के क्षेत्र में वर्ष दर वर्ष उपलब्धियां अर्जित की हैं – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के जनप्रतिनिधयों का अभिवादन करते हुए कहा कि इंदौर नगर निगम ने स्वच्छता के क्षेत्र में वर्ष दर वर्ष उपलब्धियां अर्जित की हैं। जनप्रतिनिधियों, श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के निरंतर संघर्ष से ही हुकुमचंद मिल मजदूरों की समस्या के समाधान की उपलब्धि अर्जित हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि वाजपेयी जी अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थे, सभी को साथ लेकर चलने का उनका स्नेहमयी स्वभाव सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने उज्जैन की बड़नगर तहसील में अपनी प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की, उन्हें इंदौर की छप्पन दुकान की चाट प्रिय थी, वे कहते थी कि मैं मूलत: मालवी व्यक्ति हूँ।

दुनिया के सबसे तेज गति से बढ़ने वाले नगरों में शामिल है लोकमाता अहिल्या बाई की नगरी इंदौर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह प्रसन्नता और गर्व का विषय है कि दुनिया के सबसे तेज गति से बढ़ने वाले नगरों में लोकमाता अहिल्या बाई की नगरी इंदौर शामिल है। लोकमाता अहिल्या बाई ने अपना पूरा राज्य महादेव को समर्पित कर एक सेविका बन आदर्श जीवन व्यतीत किया। वे होलकर वंश की सम्राज्ञी थीं, लेकिन उन्होंने पूरे देश में धार्मिक स्थानों का जीर्णोद्धार कराया, केदारनाथ, जमुनोत्री, गंगोत्री, रामेश्वरम, द्वारका, बनारस आदि तीर्थ स्थानों पर उनका योगदान आज भी दिखाई देता है। महाकाल की सवारी के लिए मुखौटों का उपहार देकर उज्जैन का भी विशेष मान बढ़ाया।

मोदी के शासनकाल में गरीब मजदूरों की कठिनाइयां कम हुई हैं

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासनकाल में गरीब मजदूरों की कठिनाइयां कम हुई हैं। श्रमिक परिवारों की चुनौतियों से मैं भलीभांति परिचित हूँ। प्राय: उद्योग स्थापित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाती है, और यह उद्योग रोजगार उपलब्ध कराने का प्रभावी माध्यम भी बनते हैं। परंतु किन्हीं कारणों से उद्योग बंद हो जाने की स्थिति में श्रमिक परिवारों को कठिन चुनौती सामना करना पड़ता है। प्राय: मजदूरों की देनदारियों केह मामले न्यायालय में उलझ जाते हैं। उज्जैन की विनोद-विमल मिल का मामला भी इसी प्रकार से उलझा था, जिसका निराकरण सरकार का व्यापक दृष्टिकोण रखते हुए कराया गया, यह प्रदेश में निराकरण का पहला प्रकरण था। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और इंदौर के जनप्रतिनिधियों व श्रमिक संगठनों के नेताओं ने समस्या के निराकरण की ओर कदम बढ़ाए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सहमति से इंदौर के 4 हजार 800 श्रमिकों को उनका हक दिलाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार माना।
ग्रीन बॉन्ड से अर्जित धनराशि से बनने वाले 60 मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट परियोजना का हुआ शिलान्यास
‘मजदूरों का हित मजदूरों को समर्पित कार्यक्रम’ में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जलुद में 308 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे सौर ऊर्जा प्लांट का शिलान्यास किया। यह सौर ऊर्जा प्लांट 220 एकड़ की भूमि पर बनेगा। उक्त सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना से इंदौर शहर में जल आपूर्ति के लिए नर्मदा नदी की पंपिंग पर नगर निगम द्वारा प्रति माह होने वाले लगभग 25 करोड़ के खर्चे में 4 करोड़ की मासिक बचत की जाएगी। इस परियोजना के माध्यम से प्रतिवर्ष 90 हजार कार्बन क्रेडिट भी अर्जित होगा तथा CO2 उत्सर्जन में इतनी कमी आएगी जिसके लिए लगभग 90 लाख पेड़ लगाने पड़ते। एनएसई में पंजीकृत इंदौर नगर निगम देश का पहला ऐसा नगरीय निकाय है जिसने ग्रीन बॉन्ड का पब्लिक इश्यू जारी कर उससे अर्जित धनराशि से यह सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना की शुरुआत की है।

लगभग 429 करोड़ के जन कल्याणकारी विकास कार्यों का हुआ भूमिपूजन-लोकार्पण
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 8 विभागों के कुल 71 कार्यों का लोकार्पण किया। इन विकास कार्यों की कुल लागत 105.73 करोड़ हैं। इसी तरह 3 विभागों के विकास कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास भी किया जिनकी कुल लागत 322.85 करोड़ हैं। कार्यक्रम स्थल पर विकसित भारत संकल्प यात्रा कैंप का भी आयोजन किया गया। शिविर के माध्यम से विभिन्न हितग्राहियों को लाभ वितरित किया गया।
175 दिव्यांगजनों को वितरित की रेट्रोफिटेड स्कूटी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 175 दिव्यांगजनों को रेट्रोफिटेड स्कूटी का वितरण भी किया। उन्होंने दिव्यांगजनों से रूबरू होकर भेंट की और उन्हें स्कूटी की चाबी वितरित की। इसी के साथ ही उन्होंने रेडक्रॉस में डोनेशन हेतु रेडक्रॉस एप का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सुरभि सांखला का किया सम्मान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एशियन मिक्स्ड मार्शल आर्ट में सिल्वर मेडल जीतकर इंदौर शहर का नाम रोशन करने वाली सुरभि सांखला को मंच से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का सांसद शंकर ललवानी, पूर्व मंत्री व विधायक कैलाश विजयवर्गीय तथा विधायक श्रीमती मालिनी गौड़ ने स्वागत किया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मालवी पगड़ी, कमल की विशाल माला और माँ अहिल्या की प्रतीम भेंट कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिवादन किया। कार्यक्रम में हुकुमचंद मिल की निराकरण प्रक्रिया तथा जलूद परियोजना पर केन्द्रित लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी किया गया।

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सतना से भोपाल सिर्फ 2 घंटे में, मध्यप्रदेश के 7वें एयरपोर्ट बनेगा सतना

सतना :हवाई सफर के मामले में मध्य प्रदेश एक कदम और आगे बढ़ गया है यहां प्रदेश के 7वें एयरपोर्ट के रूप में सतना एयरपोर्ट तैयार हो गया है। जल्द ही सतना एयरपोर्ट से प्रदेश के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू होने जा रही हैं सांसद गणेश सिंह ने बताया कि सतना से भोपाल, जबलपुर, सिंगरौली आदि शहरों के लिए फ्लाइट्स शुरू होने वाली हैं एयरपोर्ट के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और मुख्यमंत्री को भी सांसद गणेश सिंह ने आमंत्रित किया है बस तारीख तय होने का इंतजार किया जा रहा है।

1962 में बनी थी हवाई पट्टी, अब कर्मशियल एयरपोर्ट
गुरुवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सांसद गणेश सिंह ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया इस दौरान उन्होंने टर्मिनल बिल्डिंग के साथ वहां मौजूद सुविधाओं की जानकारी ली सांसद गणेश सिंह ने कहा,यह बहुत पुरानी हवाई पट्टी है, जो 1962 में बनी थी तब यहां पर कुछ निजी और सरकारी प्लेन उतरा करते थे लेकिन उस समय यहां एयरपोर्ट जैसी कोई सुविधा नहीं थी अब जब हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश के 100 हवाई अड्डों को क्षेत्रीय उड़ान सेवा में शामिल किया, तो सतना को भी उसमें शामिल किया गया।

उड़ान भरेंगे 19 सीटर विमान
सांसद ने आगे कहा, ” हवाई पट्टी के नवीनीकरण के साथ पूरा एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है फिलहाल यहां 19 सीटर वाले विमानों के लिए रनवे बनाया गया है। अब इसमें बड़े विमानों को चलाने के लिए भी हवाई पट्टी का निर्माण होगा जल्द ही इसका उद्घाटन होगा, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री जी और उड्डयन मंत्री भी शामिल होंगे फ्लाय ओला कंपनी से हमारी मीटिंग हो चुकी है और वह भी यहां फ्लाइट्स देने के लिए तैयार है जैसे ही उद्घाटन की तारीख शुरू हो जाएगी वैसे ही यहां से भोपाल, जबलपुर, रीवा आदि शहरों के लिए एयर टैक्सी चलेगी।

मध्यप्रदेश में एयरपोर्ट
मध्य प्रदेश में फिलहाल भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, खजुराहो और रीवा एयरपोर्ट चालू हैं वहीं सातवें एयरपोर्ट के रूप में सतना भी शुरू होगा गौरतलब है कि सतना एयरपोर्ट अथॉरिटी का स्टाफ भी यहां पहुंच चुका है, ये करीब 15 लोगों का स्टाफ है इसके अलावा फायर ब्रिगेड और सुरक्षा का अलग से स्टाफ यहां लगाया जा रहा है इस बीच यहां से संभावित उड़ानों का शेड्यूल भी जारी किया गया है।

सतना से भोपाल 2 घंटे में
फिलहाल सतना से भोपाल जाने में बाय रोड व ट्रेन 9 से 10 घंटे का वक्त लगता है वहीं एयर टैक्सी शुरू होती है तो 522 किमी का ये डिस्टेंस कवर करने में 2 से ढ़ाई घंटा लग सकता है दरअसल, फ्लाय ओला डॉट इन के मुताबिक रीवा से भोपाल एयरटैक्सी 2 से ढाई घंटे का वक्त लेती है। रीवा और सतना की दूरी काफी कम है। ऐसे में सतना से भोपाल भी लगभग इतना समय ही लग सकता है।

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सतना से भोपाल सिर्फ 2 घंटे में, मध्यप्रदेश के 7वें एयरपोर्ट बनेगा सतना

सतना :हवाई सफर के मामले में मध्य प्रदेश एक कदम और आगे बढ़ गया है यहां प्रदेश के 7वें एयरपोर्ट के रूप में सतना एयरपोर्ट तैयार हो गया है। जल्द ही सतना एयरपोर्ट से प्रदेश के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू होने जा रही हैं सांसद गणेश सिंह ने बताया कि सतना से भोपाल, जबलपुर, सिंगरौली आदि शहरों के लिए फ्लाइट्स शुरू होने वाली हैं एयरपोर्ट के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और मुख्यमंत्री को भी सांसद गणेश सिंह ने आमंत्रित किया है बस तारीख तय होने का इंतजार किया जा रहा है।

1962 में बनी थी हवाई पट्टी, अब कर्मशियल एयरपोर्ट
गुरुवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सांसद गणेश सिंह ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया इस दौरान उन्होंने टर्मिनल बिल्डिंग के साथ वहां मौजूद सुविधाओं की जानकारी ली सांसद गणेश सिंह ने कहा,यह बहुत पुरानी हवाई पट्टी है, जो 1962 में बनी थी तब यहां पर कुछ निजी और सरकारी प्लेन उतरा करते थे लेकिन उस समय यहां एयरपोर्ट जैसी कोई सुविधा नहीं थी अब जब हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश के 100 हवाई अड्डों को क्षेत्रीय उड़ान सेवा में शामिल किया, तो सतना को भी उसमें शामिल किया गया।

उड़ान भरेंगे 19 सीटर विमान
सांसद ने आगे कहा, ” हवाई पट्टी के नवीनीकरण के साथ पूरा एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है फिलहाल यहां 19 सीटर वाले विमानों के लिए रनवे बनाया गया है। अब इसमें बड़े विमानों को चलाने के लिए भी हवाई पट्टी का निर्माण होगा जल्द ही इसका उद्घाटन होगा, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री जी और उड्डयन मंत्री भी शामिल होंगे फ्लाय ओला कंपनी से हमारी मीटिंग हो चुकी है और वह भी यहां फ्लाइट्स देने के लिए तैयार है जैसे ही उद्घाटन की तारीख शुरू हो जाएगी वैसे ही यहां से भोपाल, जबलपुर, रीवा आदि शहरों के लिए एयर टैक्सी चलेगी।

मध्यप्रदेश में एयरपोर्ट
मध्य प्रदेश में फिलहाल भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, खजुराहो और रीवा एयरपोर्ट चालू हैं वहीं सातवें एयरपोर्ट के रूप में सतना भी शुरू होगा गौरतलब है कि सतना एयरपोर्ट अथॉरिटी का स्टाफ भी यहां पहुंच चुका है, ये करीब 15 लोगों का स्टाफ है इसके अलावा फायर ब्रिगेड और सुरक्षा का अलग से स्टाफ यहां लगाया जा रहा है इस बीच यहां से संभावित उड़ानों का शेड्यूल भी जारी किया गया है।

सतना से भोपाल 2 घंटे में
फिलहाल सतना से भोपाल जाने में बाय रोड व ट्रेन 9 से 10 घंटे का वक्त लगता है वहीं एयर टैक्सी शुरू होती है तो 522 किमी का ये डिस्टेंस कवर करने में 2 से ढ़ाई घंटा लग सकता है दरअसल, फ्लाय ओला डॉट इन के मुताबिक रीवा से भोपाल एयरटैक्सी 2 से ढाई घंटे का वक्त लेती है। रीवा और सतना की दूरी काफी कम है। ऐसे में सतना से भोपाल भी लगभग इतना समय ही लग सकता है।

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