# Tags

त्याग करने से ही तृप्ति मिलती है, भोगने से नहीं : जया किशोरी

पीपीएम ब्यूरो उज्जैन। भोगों का उपभोग मनुष्य जन्मों से कर रहा है। इतने भोग भोगने के बावजूद आज तक किसी की तृप्ति नहीं हुई। जीभ को स्वादिष्ट भोजन चाहिए। नेत्र को हमेशा अच्छा दृश्य चाहिए। कान को मधुर संगीत चाहिए। नाक को अच्छी सुगंध चाहिए। त्वचा को अच्छा स्पर्श चाहिए। फिर भी तृप्ति नहीं होती। […]