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छग में भाजपा मुद्दाविहीन,ईडी और सम्प्रादियाकता के दम पर लड़ रही है चुनाव -काँग्रेस

रायपुरःकांग्रेस ने भाजपा पर तीखा ज़ुबानी हमला करते हुए यह आरोप लगाया है कि मुद्दाविहीन भाजपा प्रदेश में सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाकर तथा ईडी का डर दिखाकर विधानसभा चुनाव लड़ने की कोशिश कर रही है।पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बयाना फिर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा का बयान उदाहरण है।भाजपा के पास आम आदमी से जुड़े मुद्दे उठाने के लिये नहीं है। वह हिन्दू-मुस्लिम सांप्रदायिकता की गंदगी फैलाकर छत्तीसगढ़ की फिजा खराब करना चाह रही है।

जिस प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध सभी मिल कर आबादी 3 प्रतिशत से भी कम है उस प्रदेश में भाजपा सांप्रदायिकता का गंदा खेल खेलने की कोशिश में है ताकि मतो का ध्रुवीकरण हो।भाजपा नेताओं के पास इतना भी साहस नहीं कि किसानों के बारे में,आदिवासियों के बारे में,महंगाई के बारे में   धान के बारे, मजदूर के बारे में बात करें, यह सिर्फ धार्मिक विद्वेष भड़काना जानते है वही कर रहे है। इनको जनता और जनता के सुख दुख से मतलब नहीं है।
कांग्रेस ने कहा कि हिमंत बिस्व सरमा छत्तीसगढ़ में आकर बड़ी-बड़ी बाते कर रहे है।लेकिन असम की स्थित उनके नेतृत्व में कैसी।असम देश का तीसरा सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाला राज्य है। वहां बेरोजगारी की दर 17.2 फीसदी से अधिक है जबकि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 0.5 प्रतिशत है जो देश में सबसे कम।सरमा छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की बाते कर रहे है, बेरोजगारी पर मोदी से सवाल करने का साहस क्यों नही दिखाते।
यही नहीं देश में सबसे ज्यादा अपराधों वाला राज्य है। महिलाओं के प्रति अपराधों में असम देश प्रथम स्थान पर है। साइबर क्राइम में असम देश में दूसरे नंबर पर है। असम में 32 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है अर्थात वहां पर 1 करोड़ जनसंख्या बीपीएल के नीचे है।
कांग्रेस ने यूपी  से आए भाजपा के विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह को भी आड़े हाथो लेते हुए कहा कि वे शराब घोटाले की बात कर रहे थे मतलब आसाम में महिलाएं पूरे देश में सबसे ज्यादा असुरक्षित है जबकि कांग्रेस राज में महिलायें देश के 5 सबसे ज्यादा सुरक्षित राज्यों में एक है। पहली बात उन्होंने अपने बयान में कोर्ट के आदेश की गलत और अपने राजनैतिक सुविधा के अनुसार व्याख्या की।सुप्रीम कोर्ट ने भी ईडी को फटकार लगाया था।
छत्तीसगढ़ में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है। भाजपा और ईडी ने षड़यंत्र करके छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले की पटकथा लिखी है। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में शराब के राजस्व में दुगुनी बढ़ोतरी हुई है। कांग्रेस के राज में शराब का राजस्व 3200 करोड़ सालाना से बढ़कर 6000 करोड़ के लगभग पहुंच गया।
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला रमन राज में हुआ था।  ठीक वैसे ही जैसे आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में शराब नीति बदला था उनमें उपमुख्यमंत्री जेल में है। रमन सिंह 4700 करोड़ रूपये दिल्ली जैसा शराब घोटाला करके खुले घूम रहे कोई ईडी, सीबीआई कोई जांच नहीं कर रहा। रमन के नान घोटाला, चिटफंड घोटाला, पनामा घोटाला की जांच क्यों नहीं हो रही?

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