तुष्टिकरण में अंधे हो गए कांग्रेसी,कपड़े फाड़ने तक पहुंच गया इनका अहंकार-प्रहलाद पटेल

जबलपुर: तुष्टिकरण की राजनीति में कांग्रेस इतनी अंधी हो गयी है कि वह भारतीय परंपराओं और विरासत का उपहास उड़ा लगी हैं। उनके नेता दिग्विजय सिंह ने जिस तरह से कन्या पूजन को लेकर भाव व्यक्त किए, वह निंदनीय हैं और इससे कांग्रेस का हिन्दू विरोधी चरित्र उजागर सबके सामने है। यह बात केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।उन्होंने कहा कि बड़ा दुर्भाग्य है, नर्मदा परिक्रमा करने के बाद भी दिग्विजय सिंह का विवेक जागृत नहीं हुआ। कांग्रेस की जड़ो में सामंतशाही और परिवारवाद कूट कूट कर भरा हुआ है।कांग्रेस छलावा की राजनीति करने में माहिर है। देश की जनता कांग्रेस का षडयंत्र समझ चुकी है।
पटेल ने कांग्रेस को गरीबो के खिलाफ बताते हुए कहा की कमलनाथ सरकार ने अपने 15 महीने के कार्यकाल में ही संबल योजना बंद कर दी थी, जिससे श्रमिक एवं निम्न वर्ग की मुश्किलें बढ़ गयी। कांग्रेस ने जलजीवन मिशन में भी कोताही बरती और महज ढाई प्रतिशत लोगों को ही शुद्धजल उपलब्ध कराया। कांग्रेस ने पीएम आवास योजना की राशि भी लाभार्थियों तक पहुंचाने के बजाए लौटा दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को शराब नीति बनाने में इंटरेस्ट रहता है। जनता की परेशानियों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इन्हीं सब कारणों से स्थिति ये हो गयी है कि नौबत कपड़े फाड़ने तक पहुंच गयी। श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस को उम्मीदवार इसलिए बदलने पड़े,क्योंकि पार्टी का संतुलन बिगड़ चुका है।
पटेल ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि छल और छद्म की राजनीति छोड़ कर यथार्थ पर बात करनी चाहिए। कमलनाथ जनता को अपनी बनाई शराब नीति पर जवाब दे, वे बताए कि उन्होंने गरीब कल्याण की योजनाओं को क्यों बंद किया? जनता के नेता होने का दंभ भरने वाले कमलनाथ या उनके सांसद पुत्र एक दिन के लिये आम आदमी का जीवन जीकर दिखलाएं तो उन्हें नेता मानने पर विचार किया जा सकता है।