मप्र भ्रष्टाचार का सेंटर 18 साल में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की- राहुल गाँधी
शाजापुर:30 सितंबर, प्रदेश में चुनावी बिगुल फूंकते हुए राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश को भ्रष्टाचार का सेंटर करार देते हुए कहा कि मप्र में हर तरफ भ्रष्टाचार है। महाकाल कॉरीडोर भी इससे अछूता नही, जबकि व्यापम में सीट बेची जाती हैं। मप्र की सरकार किसानों को सोयाबीन के सही दाम नही देती और जब किसान को फसलों की सही कीमत नही मिलेगी तब वह कैसे अपना जीवन यापन करेगा। यही वजह है कि मप्र में 18 साल में 18 हज़ार किसानों ने आत्महत्या की, यानि कि हर दिन यहां 3 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार किसान टैक्स दे रहा है।
केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति ने उन्हे सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया। उनके खिलाफ काले कानून बनाये गए और उन्हे मजबूर किया गया।
महिला आरक्षण में पिछड़ों की अनदेखी
राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि वे पिछड़ा विरोधी हैं। महिला आरक्षण तो अच्छा है, मगर उसमें ओबीसी को आरक्षण नही दिया गया है। आरक्षण देना था तो ये क्यूं लिखा गया कि पहले सर्वे और नोटिफिकेशन करना है। इस प्रक्रिया में 10 साल लगेंगे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देश का कानून आरएसएस और अफसर बनाते हैं। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलित, ओबोसी और आदिवासियों के लिए काम नही करते, ये नफ़रत फैलाते हैं।
देश में 50 प्रतिशत आबादी ओबीसी
राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में सबसे बड़ा सवाल है कि कौन कितना है। ये बात नरेंद्र मोदी जानते हैं, मगर बताते नही। उन्हे देश में ओबीसी की आबादी भी पता है। हम देश में सबकी भागीदारी चाहते हैं, ये सबका हिंदुस्तान है दो तीन उद्योगपतियों का नही। गांधी ने दावा किया कि देश में पिछड़ा वर्ग की आबादी 50 प्रतिशत है और हम सरकार में आते ही इसका खुलासा करेंगे साथ ही बताएंगे किस जाती की कितनी आबादी है, ताकि उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। फिलहाल तो देश को 90 अफसर चला रहे हैं, उनमें सिर्फ़ तीन ओबीसी हैं। ऐसे में देश की बड़ी आबादी के साथ न्याय कैसे संभव है!