नाथ के आवास दावेदारो का हुजूम , नहीं दे सकते सबको टिकट ,चार हजार आए है आवेदन

राजेन्द्र पराशर
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस की पहली सूची जारी होन के बाद दिल्ली से लौटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर आज सुबह से ही भीड़ नजर आई। टिकट की दावेदारी कर रहे नेताओं और कुछ वर्तमान विधायक अपने समर्थकों के साथ कमलनाथ के निवास पर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। कमलनाथ ने सबसे बातचीत की और समझाइश देकर वापस लौटाया। अलग-अलग जिलों से पहुंचे नेताओं से बातचीत कर टिकट का क्राइटएरिया बताया और कहा कि चार हजार से ज्यादा आवेदन है, सभी को तो टिकट नहीं दिया जा सकता।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर आज प्रदेश के अलग-अलग जिलों से टिकट के दावेदार और कुछ वर्तमान विधायकों के समर्थक पहुंचे। सभी ने कमलनाथ से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान अपनी दावेदारी भी जताई। बताया जा रहा है कि भोपाल, उज्जैन, नीमच, पन्ना, नर्मदापुरम सहित कई जिलों से ये कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे थे। राजधानी भोपाल के दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक पी सी शर्मा और गोटेगांव से विधायक नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने भी कमलनाथ से मुलाकात की।शर्मा का टिकट होल्ड पर है, जबकि गोटेगांव से कांग्रेस ने प्रजापति का टिकट काटकर प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।
कुछ निराश है, लेकिन कांग्रेस का साथ देंगे
कांग्रेस के टिकट के दावेदारों से मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि चार हज़ार लोग टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे, सबको तो टिकट नही दे सकते हैं। कमलनाथ ने कहा सबको टिकट नही दे सकते है। कुछ तो निराश होंगे लेकिन अंत मे वो कांग्रेस का साथ देंगे। उन्होंने कहा कि परिवारवाद को लेकर भाजपा के आरोपों पर कमलनाथ ने कहा भाजपा अपनी चिंता करे हमारी चिंता छोड़ दे। प्रदेश की मतदाता को एहसास हो रहा है कि मध्यप्रदेश को कैसे चौपट किया गया। कमलनाथ ने कहा जो लोग आना चाहें कांग्रेस में आएं। बहुत लोग कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। लोकल संगठन जिसे स्वीकार करेगा उसे हम शामिल करेंगे।
भविष्य निर्माताओं की जारी की सूची
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि कांग्रेस ने प्रत्याशियों की नहीं, बल्कि प्रदेश के भविष्य निर्माताओं की सूची जारी की है। उन्होंने लिखा है कि इस सूची से मध्य प्रदेश की जनता को सकारात्मक रूप से ये सूचित किया गया है कि जिनमें निःस्वार्थ भाव से जनसेवा का व्रत लेने का संकल्प है, उन्हें ही जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए आम जनता व कार्यकर्ताओं के कहने पर ये अवसर दिया गया है। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस की सूची इस मायने में भाजपा से अलग है कि कांग्रेस की सूची लोकतांत्रिक है क्योंकि ये संगठन के अंतिम पायदान तक के कार्यकर्ता की सलाह को सम्मान देते हुए बनी है। इसकी दिशा लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप नीचे-से-ऊपर की ओर है। जबकि भाजपा की लिस्ट ऊपर-से-नीचे थोपी गयी है। ये एकाधिकारिता के अहंकार से चुनाव लड़ने का आदेश है और भाजपा के नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का अपमान, इन अर्थों में भाजपा की सूची अलोकतांत्रिक है।