इंजीनियर शिप्रा नदी में कूदा,आत्महत्या के लिए कंपनी के डीजीएम को ठहराया जिम्मेदार।

इंदौर। पीथमपुर स्थित गैस कंपनी गेल में सिविल इंजीनियर के पद पर पदस्थ विनोद शर्मा ने क्षिप्रा नदी में कुदकर एक आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के लिए उसने कंपनी के डीजीएम को जिम्मेदार बताया है।पुलिस इंजीनियर की डेडबॉडी की तलाश कर रही है।विनोद इंदौर के गुलाब बाग का रहने वाला है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवास जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि कल दोपहर करीब दो बजे अपनी कार एमपी 09 डब्ल्यूजी 6003 में सवार होकर विनोद शर्मा घर से निकला था। शाम को जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनो ने मोबाइल पर फोन लगाया।रिंग जा रही थी लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। परिजन परेशान होकर उसे तलाशने निकले। पहले वह मांगलिया टोल पर पहुंचे तो विनोद शर्मा के सीसीटीवी फुटेज वहां मिल गए। वह शिप्रा तरफ जाते दिखाई दिया।परिजन शिप्रा पुल पर पहुंचे तो उसकी कार पुल के बीचोंबीच सर्विस रोड पर खड़ी दिखाई दी।कार के गेट खुले थे।उसमें पर्स,मोबाइल और अन्य सामान मिल गया।साथ ही में एक सुसाइड नोट भी मिला।परिजन ने नोट पढ़ा तो लिखा था कि मैं विनोद कुमार शर्मा अपने पूरे होंशों हवास में लिख रहा हूं कि मेरी मौत के लिए मनीष प्रसाद (डीजीएम, जीएमएल पीथमपुर) जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से बहुत प्रताडि़त किया हैं।
परिजन पहले इंदौर जिले में स्थित क्षिप्रा थाने पहुंचे। क्षिप्रा पुलिस मौके पर पहुंची तो घटना स्थल देवास जिले का था। परिजन देवास पुलिस के पास गए और पूरे मामले की जानकारी दी। गोताखोर नदी में विनोद की डेडबॉडी तलाश रहे है।अभी तक बॉडी नहीं मिली है।पता चला है कि विनोद शर्मा का बच्चा मनोरोगी हैं। जिसके चलते उसने ऑफिस से 20 दिनों की छुट्टी ले रखी थी।