हेट स्पीच को लेकर कांग्रेस ने अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग में की शिकायत

अमित शाह देश में दंगा कराना चाह रहे चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाये
रायपुर।कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह तथा राजनांदगांव से भाजपा के प्रत्याशी तथा पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह वा अरुण साव के खिलाफ साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगते हुए निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंप कर मामला दर्ज करने की बात कही है।

कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में कहा है कि भाजपा से राजनादगांव के प्रत्याशी डॉ. रमन सिंह के नामांकन के लिये आयोजित चुनावी सभा में बयान दिया था कि भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिचिंग करवाकर मार दिया। भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है।”
गृहमंत्री का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। गृह मंत्री ने चुनावी फायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है। उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल झूठ है। हकीकत यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। लेकिन छत्तीसगढ़ में साफ दिख रही अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने धार्मिक धुव्रीकरण के उद्देश्य से सांप्रदायिक तनाव भडकाने का कुत्सित प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार योजनाबद्ध तरीके से षडयंत्र पूर्वक बिरनपुर की घटना पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रहे हैं। जिस मामले में विवेचना पूरी हो चुकी है, न्यायालय में चालान प्रस्तुत हो चुका है, निचली अदालत का फैसला भी आ गया है उसके खिलाफ देश के गृह मंत्री द्वारा साप्रदायिक ध्रुवीकरण करके के उद्देश्य से उन्माद भड़काने का कुत्सित प्रयास स्पष्ट तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है अतः निवेदन है कि अमित शाह, रमन सिंह और अरुण साव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।